अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025: करौली के हजारों बच्चों की जिंदगी में आया उजाला, ₹20,000 सीधे खाते में!
करौली शहर के पुराने बस स्टैंड के पास एक छोटा-सा कमरा है। किराया 3200 रुपये। उस कमरे में चार लड़कियाँ रहती हैं – दो SC की, एक OBC की और एक मुस्लिम समुदाय की। पिछले हफ्ते चारों के फोन पर एक साथ मैसेज आया – “₹20,000 क्रेडिट हुए।” चारों रो पड़ीं। वजह? अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 का पैसा आ गया।
अब ये चारों लड़कियाँ अगले छह-सात महीने तक बिना टेंशन के पढ़ेंगी। मकान मालकिन अब ताना नहीं मारेगी। मेस वाला भाईया अब “पैसे कब दोगी” नहीं पूछेगा। ये सिर्फ एक कमरे की कहानी नहीं, करौली, हिंदौन, टोडाभीम, सपोटरा, नादौती, श्री महावीर जी – पूरे जिले में ऐसी हजारों कहानियाँ इस वक्त चल रही हैं। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025

अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 है क्या और क्यों शुरू हुई?
राजस्थान की गहलोत सरकार ने 2021 में पहली बार अंबेडकर DBT Voucher Yojana शुरू की थी, लेकिन पिछले दो साल कोविड और फंड की कमी से बंद हो गई थी। अब 2025-26 सत्र में इसे फिर से शुरू कर दिया गया है – वो भी पहले से ज्यादा पारदर्शी तरीके से। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025
इस योजना का पूरा नाम है – डॉ. भीमराव अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना 2025। इसका मकसद सिर्फ एक है – जो गरीब बच्चे घर से दूर किराए के कमरे में रहकर सरकारी कॉलेज में पढ़ रहे हैं, उनका किराए का बोझ कम करना।
हर छात्र को 10 महीने × ₹2000 = कुल ₹20,000 सीधे बैंक खाते में। कोई चेक नहीं, कोई कैंप नहीं, कोई बिचौलिया नहीं। DBT यानी Direct Benefit Transfer। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025
करौली-हिंदौन में अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 की जरूरत क्यों थी?
हमारे जिले में सिर्फ दो बड़े सरकारी कॉलेज हैं – करौली का राजकीय महाविद्यालय और हिंदौन का राजकीय कन्या महाविद्यालय। दोनों मिलाकर हॉस्टल की कुल सीटें? सिर्फ 180। जबकि एडमिशन लेने वाले बच्चों की संख्या 8000 से ज्यादा। बाकी 7800+ बच्चे कहाँ रहते हैं? किराए के कमरे में।
एक कमरे का किराया:
- करौली शहर में: ₹3000-5000
- हिंदौन में: ₹3500-6000
- मेस का खर्चा अलग से: ₹2800-3500
कुल मिलाकर ₹7000-9000 महीना। मजदूरी करने वाले पिता के लिए ये रकम देना नामुमकिन था। नतीजा – हर साल सैकड़ों बच्चे, खासकर लड़कियाँ, पढ़ाई छोड़ देती थीं।
अब अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 ने इस बोझ को आधा कर दिया। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025
रियल स्टोरीज़ – बच्चों ने खुद बताया
- नेहा कुमारी (बीए थर्ड ईयर, करौली) “मैं गाँव से रोज 50 किमी आती-जाती थी। बस का खर्चा ही ₹3000 महीना। थक जाती थी। इस बार अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 से मिले ₹20,000 से मैंने कमरा ले लिया। अब सुबह 5 बजे उठकर पढ़ती हूँ। इस साल टॉप करना है।”
- मोहम्मद फैजान (बीकॉम फाइनल, हिंदौन) “पापा दर्जी का काम करते हैं। महीने में 10-12 हजार ही कमाई। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 से पहले मैं रात में दुकानों पर हिसाब लिखता था। अब पूरा टाइम पढ़ाई को है। CA की तैयारी शुरू कर दी।”
- रिंकी मीना (एमए प्रीवियस, सपोटरा से) “लड़कियों के लिए बाहर रहना मुश्किल था। मम्मी-पापा डरते थे। लेकिन जब अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 का नाम सुना तो मम्मी ने खुद कहा – बेटी, अब किराया हमारा नहीं, सरकार का है। जा, पढ़ आ।”
अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025 – पात्रता (कोन ले सकता है?)
- राजस्थान का मूल निवासी हो
- SC, ST, OBC, SBC, EWS या अल्पसंख्यक वर्ग से हो
- परिवार की सालाना आय ₹2.50 लाख से कम हो
- सरकारी कॉलेज में नियमित छात्र हो (प्राइवेट कॉलेज वालों को नहीं मिलेगा)
- जहाँ पढ़ रहे हो, वहाँ माता-पिता का अपना मकान न हो
- किराए का एग्रीमेंट या मकान मालिक का सर्टिफिकेट हो
- सरकारी हॉस्टल या छात्रावास में न रह रहा हो
लड़कियों और दिव्यांग छात्रों को प्राथमिकता दी जा रही है। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025
जरूरी डॉक्यूमेंट लिस्ट (2025 के लिए अपडेटेड)
- जन आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र (2024-25 का)
- जाति प्रमाण पत्र
- बोनाफाइड सर्टिफिकेट (कॉलेज से)
- किराए का एग्रीमेंट (100 रुपये स्टांप पर)
- पिछले साल की मार्कशीट
- बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
- अल्पसंख्यक छात्रों के लिए अल्पसंख्यक प्रमाण पत्र
आवेदन प्रक्रिया 2025 – स्टेप बाय स्टेप (31 दिसंबर 2025 तक)
- SSO ID बनाओ या पुरानी से लॉगिन करो → sso.rajasthan.gov.in
- SJMS-SMS पोर्टल खोलो
- “अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025” सर्च करो
- नया आवेदन चुनो
- जन आधार नंबर डालो → ऑटोमैटिक डिटेल भर जाएगी
- सारे डॉक्यूमेंट PDF में अपलोड करो (हर फाइल 200 KB से कम)
- सबमिट करो → आवेदन नंबर और SMS आएगा
अगर नेट नहीं है तो नजदीकी ई-मित्र पर ₹50 में पूरा काम। करौली के राजकीय महाविद्यालय में 25-30 दिसंबर तक फ्री कैंप भी लग रहा है। प्रोफेसर साहब खुद फॉर्म भरवा रहे हैं। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025
पिछले साल क्या हुआ था?
2024-25 में करौली जिले से 1200+ बच्चों ने आवेदन किया था, 950 को पैसा मिला था। इस बार टारगेट 2000 से ज्यादा है। सरकार ने बजट भी बढ़ाया है। अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025
1 thought on “अंबेडकर DBT Voucher Yojana 2025: करौली-हिंदौन के छात्रों को ₹20,000 सीधे खाते में | किराया, मेस, किताबें – सब होगा आसान!”